Neurotherapy |
The principals of neurotherapy as enumerated by Dr. Lajpat Rai Mehra targets proper circulation of blood to activate and cure the affected organs, with a simple and pain free, medicine free therapy. The therapy can cure almost all forms of ailments and has tremendous followers including Allopathy doctors, Judges, Senior Govt. Officers, School Principals, Chief Ministers and people from all walks of society. |
गुरुवार, 24 जुलाई 2014
CERTIFICATION NEUROTHERAPY ISO
NEUROTHERAPY Certification
Ramesh kumar is well trained neurotherapist from LMNT Neurotherapy academy Mumbai. He has extensive experience in Neurotherapy. He is well trained to manage All kind of chronic diseases without medicines and has various Neurotherapy techniques to treat the critical illness in natural way and has proven miraculous results on hundreds of patients. Neurotherapy is an ancient Indian rehabilitative therapy based on the vedic principles & philosophy. This natural healing therapy deals with nerves, muscles, joints and blood & lymphatic channels.
Neurotherapy is a complete system of healing, incorporating mechanical, psychological, bio-force, and biochemical aspects. It discovers the root cause of the disease and treats the same in an integrated manner. The disorder of the bodily organs causes an imbalance in the biochemical forces leading to the development of diseases. The therapist activates or deactivates the organ(s), through pressure or massage on the nerve channels to stimulate or depress the blood, & other body fluids and the nerve currents so as to restoring the balance and harmony of the body thus helping the body regain its equilibrium. If you or someone you love is affected by chronic illness, or if you are seeking a program to maintain health, you have come to the right place.
Neurotherapy is a complete system of healing, incorporating mechanical, psychological, bio-force, and biochemical aspects. It discovers the root cause of the disease and treats the same in an integrated manner. The disorder of the bodily organs causes an imbalance in the biochemical forces leading to the development of diseases. The therapist activates or deactivates the organ(s), through pressure or massage on the nerve channels to stimulate or depress the blood, & other body fluids and the nerve currents so as to restoring the balance and harmony of the body thus helping the body regain its equilibrium. If you or someone you love is affected by chronic illness, or if you are seeking a program to maintain health, you have come to the right place.
DR LAJPATRAI MEHRA NEUROTHERAPY ISO certification
Ramesh kumar is well trained neurotherapist from LMNT Neurotherapy academy Mumbai. He has extensive experience in Neurotherapy. He is well trained to manage All kind of chronic diseases without medicines and has various Neurotherapy techniques to treat the critical illness in natural way and has proven miraculous results on hundreds of patients. Neurotherapy is an ancient Indian rehabilitative therapy based on the vedic principles & philosophy. This natural healing therapy deals with nerves, muscles, joints and blood & lymphatic channels.
Neurotherapy is a complete system of healing, incorporating mechanical, psychological, bio-force, and biochemical aspects. It discovers the root cause of the disease and treats the same in an integrated manner. The disorder of the bodily organs causes an imbalance in the biochemical forces leading to the development of diseases. The therapist activates or deactivates the organ(s), through pressure or massage on the nerve channels to stimulate or depress the blood, & other body fluids and the nerve currents so as to restoring the balance and harmony of the body thus helping the body regain its equilibrium. If you or someone you love is affected by chronic illness, or if you are seeking a program to maintain health, you have come to the right place.
Neurotherapy is a complete system of healing, incorporating mechanical, psychological, bio-force, and biochemical aspects. It discovers the root cause of the disease and treats the same in an integrated manner. The disorder of the bodily organs causes an imbalance in the biochemical forces leading to the development of diseases. The therapist activates or deactivates the organ(s), through pressure or massage on the nerve channels to stimulate or depress the blood, & other body fluids and the nerve currents so as to restoring the balance and harmony of the body thus helping the body regain its equilibrium. If you or someone you love is affected by chronic illness, or if you are seeking a program to maintain health, you have come to the right place.
बुधवार, 23 जुलाई 2014
ISO Certification Neurotherapy
जल ही जीवन है' यह सिर्फ
कहने के लिए हम नहीं कहते। पानी हमारे जीवन का महत्वपूर्ण अंग है। यह
जीवनदायिनी ही नहीं, वरन हमारी जीवनधारा भी बदल सकता है।
दिल्ली में बीनू ग्रोवर 'वॉटर थैरेपी' के माध्यम से लोगों को अपने जीवन की कई परेशानियों से निकलने में मदद करती हैं। बीनू पहले कॉर्पोरेट दुनिया से जुड़ी थीं, पर अपने वैकल्पिक उपचार के अध्ययन से लगाव के कारण वे अब इस विधा में लोगों को प्रशिक्षित करती हैं।
पानी और रंगों के माध्यम से बीनू ग्रोवर जीवन में मानसिक अशांति से लेकर रुपए-पैसे संबंधी समस्या के समाधान के उपाय बताती हैं। इसके अलावा हम आपसी रिश्तों को कैसे सुधार सकते हैं, किसी बच्चे का मन पढ़ाई में कैसे बेहतर लगे, जीवन में रुकावटें कैसे कम हों, किडनी में स्टोन की समस्या में सुधार आदि यह सभी समाधान पानी के माध्यम से हो सकते हैं।बीनू बताती हैं कि हमारी पृथ्वी का 70% भाग पानी है। मनुष्य के शरीर का 2/3 हिस्सा भी पानी का बना होता है। नवजात शिशु का 74% भाग पानी का बना होता है इसलिए पानी हमारे जीवन में बहुत ही प्रभावशाली तत्व है।
बीनू मानव शरीर के चक्र, उसके तत्व और रंगों एवं अग्नि, वायु, जल, पृथ्वी और आकाश के तत्वों को मिलाकर पानी के माध्यम से शारीरिक, मानसिक, आध्यात्मिक और भावनात्मक स्तर से संबंधित समस्याओं का उपचार करती हैं। जीवन की कुछ महत्वपूर्ण समस्याओं जैसे रुपए-पैसे की कमी को हम लाल और पीले रंगों के माध्यम से दूर कर सकते हैं।
बीनू कहती हैं कि इसके लिए हमें लाल और पीले रंग की बोतल में पानी को 4 या 5 घंटे के लिए छोड़ देना चहिए। ऐसा करने से पानी रंग के प्रभाव में आ जाता है फिर इस प्रभावित पानी का इस्तेमाल दिनभर पीने के लिए किया जाना चाहिए।
वे कहती हैं कि पर यह ध्यान रखा जाना चाहिए कि जब हम लाल रंग की बोतल से पानी पी रहे हों तो कम से कम 20 मिनट के अंतराल के बाद हमें पीले रंग की बोतल से भी पानी पीना चाहिए।
शरीर से जुड़े किसी भी दर्द को सुधारने के लिए हम लाल और पीले रंग से प्रभावित पानी का सेवन कर सकते हैं।
इस तरह पानी को हम चक्र, तत्व और उनसे जुड़े रंगों से प्रभावित करके और उसके सेवन से हम कई तरह की समस्याओं से निजात पा सकते हैं। बीनू कहती हैं कि एक सप्ताह से लेकर कुछ महीनों में प्रभावित पानी का असर दिखने लग जाता है।
दिल्ली में बीनू ग्रोवर 'वॉटर थैरेपी' के माध्यम से लोगों को अपने जीवन की कई परेशानियों से निकलने में मदद करती हैं। बीनू पहले कॉर्पोरेट दुनिया से जुड़ी थीं, पर अपने वैकल्पिक उपचार के अध्ययन से लगाव के कारण वे अब इस विधा में लोगों को प्रशिक्षित करती हैं।
पानी और रंगों के माध्यम से बीनू ग्रोवर जीवन में मानसिक अशांति से लेकर रुपए-पैसे संबंधी समस्या के समाधान के उपाय बताती हैं। इसके अलावा हम आपसी रिश्तों को कैसे सुधार सकते हैं, किसी बच्चे का मन पढ़ाई में कैसे बेहतर लगे, जीवन में रुकावटें कैसे कम हों, किडनी में स्टोन की समस्या में सुधार आदि यह सभी समाधान पानी के माध्यम से हो सकते हैं।बीनू बताती हैं कि हमारी पृथ्वी का 70% भाग पानी है। मनुष्य के शरीर का 2/3 हिस्सा भी पानी का बना होता है। नवजात शिशु का 74% भाग पानी का बना होता है इसलिए पानी हमारे जीवन में बहुत ही प्रभावशाली तत्व है।
बीनू मानव शरीर के चक्र, उसके तत्व और रंगों एवं अग्नि, वायु, जल, पृथ्वी और आकाश के तत्वों को मिलाकर पानी के माध्यम से शारीरिक, मानसिक, आध्यात्मिक और भावनात्मक स्तर से संबंधित समस्याओं का उपचार करती हैं। जीवन की कुछ महत्वपूर्ण समस्याओं जैसे रुपए-पैसे की कमी को हम लाल और पीले रंगों के माध्यम से दूर कर सकते हैं।
बीनू कहती हैं कि इसके लिए हमें लाल और पीले रंग की बोतल में पानी को 4 या 5 घंटे के लिए छोड़ देना चहिए। ऐसा करने से पानी रंग के प्रभाव में आ जाता है फिर इस प्रभावित पानी का इस्तेमाल दिनभर पीने के लिए किया जाना चाहिए।
वे कहती हैं कि पर यह ध्यान रखा जाना चाहिए कि जब हम लाल रंग की बोतल से पानी पी रहे हों तो कम से कम 20 मिनट के अंतराल के बाद हमें पीले रंग की बोतल से भी पानी पीना चाहिए।
शरीर से जुड़े किसी भी दर्द को सुधारने के लिए हम लाल और पीले रंग से प्रभावित पानी का सेवन कर सकते हैं।
इस तरह पानी को हम चक्र, तत्व और उनसे जुड़े रंगों से प्रभावित करके और उसके सेवन से हम कई तरह की समस्याओं से निजात पा सकते हैं। बीनू कहती हैं कि एक सप्ताह से लेकर कुछ महीनों में प्रभावित पानी का असर दिखने लग जाता है।
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