शुक्रवार, 17 जून 2022

डायबिटीज के मरीज इन फलों का न करें सेवन बढ़ सकता है शुगर लेवलः

 फलों को सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है, ये तो हम सभी जानते हैं. लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि कुछ फल ऐसे भी हैं जिनका सेवन डायबिटीज मरीजों के लिए 


. फलों में नैचुरल शुगर पाई जाती है, जो शुगर लेवल को बढ़ाने का काम कर सकती है. वैसे तो फलों को विटामिन, खनिज और फाइबर का पावरहाउस कहा जाता है. लेकिन सही जानकारी न होने से ये सेहत के लिए खतरनाक भी हो सकते हैं. अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं तो इन फलों के सेवन से दूरी बनाएं वरना बढ़ सकता ब्लड शुगर लेवल. तो चलिए बिना देरी के जानते हैं डायबिटीज मरीजों को किन फलों को खाना चाहिए और किनसे रहे दूरी... 

डायबिटीज के मरीज इन फलों का न करें सेवन बढ़ सकता है शुगर लेवलः

  • आम
  • तरबूज
  • सूखे खजूर
  • अनानास
  • ज्यादा पके केले
  • अनार
  • चीकू

सोमवार, 13 जून 2022

गर्मियों में भी खाने हैं सूखे मेवे, तो जान लीजिए उन्हें खाने का सही तरीका

 सेहत के लिए ड्राई फ्रूट्स बहुत फायदेमंद होते हैं, 

तो क्या इसका मतलब है कि हमें गर्मियों में मेवे बिलकुल भी नहीं खाने चाहिए?

ड्राई फ्रूट्स (Dry fruits in Summer) के तासीर गर्म होती है, इसलिए हमें इनका गर्मियों में कम सेवन करना चाहिए। मगर इसका मतलब यह नहीं है कि हम इन्हें खाना छोड़ दें, क्योंकि यह कई आवश्यक पोषक तत्वों का भंडार हैं। वे प्रोटीन और गुड फैट में उच्च हैं। न्यूट्रिशन जर्नल (Nutrition Journal) के अनुसार एक दिन में लगभग पांच भीगे हुए बादाम या दिन में चार से पांच काजू खाने की सलाह दी जाती है। साथ ही, आपको इन्हें मॉडरेशन में खाना चाहिए।

यहां जानिए गर्मियों में ड्राई फ्रूट्स खाने का सही तरीका। चित्र : शटरस्टॉक

यहां है गर्मियों में ड्राई फ्रूट्स खाने का सही तरीका

1 अखरोट (Walnuts in Summer)

अखरोट में भरपूर मात्रा में आयरन, कैल्शियम, कॉपर और ओमेगा 3 फैटी एसिड होता है। साथ ही, गर्मियों में इन्हें रात भर भीगने के बाद ही खाना चाहिए।


2 अंजीर (Figs in Summer)

ऐसा माना जाता है कि अंजीर को केवल सर्दियों में ही खाया जा सकता है क्योंकि इनकी तासीर काफी गर्म होती है। केवल 2 अंजीर आपको गर्मी के मौसम में सभी आवश्यकपोषक तत्व प्रदान कर सकते हैं।

बादाम (Almonds in Summer)

गर्मियों में शरीर की गर्मी से बचने के लिए सूखे मेवों को रात भर भिगोना एक अच्छा विचार है। बादाम बिना भिगोय खाने से शरीर में गर्मी पैदा हो सकती है, जिससे पिंपल, बवासीर जैसी अन्य स्थितियां भी हो सकती हैं। इसलिए इन्हें गर्मियों में भिगोकर खाएं और 4 – 5 बादाम पूरे सीन में पर्याप्त हैं।


4 किशमिश (Raisins in Summer)

किशमिश आपकी सेहत को काफी फायदा पहुंचाती है। यह भी शरीर को गर्मी पहुंचा सकती है। इसलिए गर्मियों में हमेशा रात भर भीगी हुई किशमिश का सेवन करें।

सूखे मेवे और गर्मी का मौसम

ड्राई फ्रूट्स की तासीर गर्म होती है इसलिए इन्हें गर्मियों के मौसम में खाना सही नहीं है। सर्दियों में इन्हें शरीर को गर्म रखने के लिए खाया जाता है, लेकिन गर्मियों इनका सेवन आपकी बॉडी हीट (Body Heat) बढ़ा सकता है। इसलिए लोग इन्हें खाने से बचते हैं क्योंकि इसकी वजह से मुंहासे और रैशेज हो सकते हैं।


गुड फैट, प्रोटीन, मैग्नीशियम, आयरन, विटामिन बी और फाइबर से भरपूर, ये पोषक तत्व शरीर के लिए बहुत फायदेमंद साबित होते हैं। मगर फिर भी आपने लोगों को बादाम, काजू, खजूर, पिस्ता और अखरोट का सेवन सावधानी से करते सुना होगा। तो आखिर इसके पीछे क्या वजह है चलिये पता करते हैं।


शुक्रवार, 10 जून 2022

अगर आप लकवे से परेशान हैं

 पैरालिसिस यानि कि लकवे की बीमारी आजकल काफी सुनने को मिलती है. किसी की पूरी बॉडी पैरालिसिस का शिकार हो जाती है तो किसी की आधी बॉडी इस बीमारी के चपेट में आ जाती है. कुछ लोगों के शरीर के किसी विशेष अंग को भी पैरालिसिस हो जाता है. लकवे के रोग का कारण तो साफ है, लेकिन इसके कई प्रकार भी होते हैं. इस रोग में रोग में रोगी के शरीर के नीचे का भाग अर्थात कमर से नीचे का भाग काम करना बंद कर देता है. इस रोग के कारण रोगी के पैर तथा पैरों की अंगुलियां अपना कार्य करना बंद कर देती हैं. आइए इस लेख के माध्यम से हम पैरालिसिस के विभिन्न उपचारों के बारे में जानें.



लकवे के रोग के प्रकार-

अर्द्धांग का लकवा: - इसमें शरीर का आधा भाग कार्य करना बंद कर देता है अर्थात शरीर का दायां या बायां भाग कार्य करना बंद कर देता है. डॉक्टर बताते हैं कि बीते कुछ समय में इस प्रकार के लकवे के मामले काफी बढ़ गए हैं.


एकांग का लकवा: - तीसरा है एकांग का लकवा, जिसमें शरीर का केवल एक हाथ या एक पैर अपना कार्य करना बंद कर देता है. जब तक यह अंग दिमाग के जिस भाग से जुड़े हैं वह ठीक नहीं हो जाता, तब तक यह अंग काम नहीं करता.


मुखमंडल का लकवा: - लकवे का चौथा प्रकार है पूर्णांग का लकवा, इसमें ज्यादातर मामले दोनों हाथ के लकवे या दोनों पैर के लकवा हो जाने के सुनाई देते हैं. इसके बाद पांचवें प्रकार का लकवा है मुखमंडल का लकवा हो जाना, जिसमें रोगी के मुंह का एक भाग टेढ़ा हो जाता है जिसके कारण मुंह का एक ओर का कोना नीचे दिखने लगता है और एक तरफ का गाल ढीला हो जाता है. इस रोग से पीड़ित रोगी के मुंह से अपने आप ही थूक गिरता रहता है.


मेरूमज्जा लकवा: - इसके बाद छठे प्रकार का लकवा है मेरूमज्जा-प्रदाहजन्य लकवा. यह काफी समस्या उत्पन्न करता है. इस प्रकार के पैरालिसिस में शरीर का मेरूमज्जा भाग कार्य करना बंद कर देता है. यह रोग अधिक सेक्स क्रिया करके वीर्य को नष्ट करने के कारण होता है.


जीभ का लकवा: - अगला है जीभ का लकवा, जो इस श्रेणी में सातवें नंबर पर है. इस प्रकार के लकवे के कारण रोगी की जीभ में लकवा मार जाता है और रोगी के मुंह से शब्दों का उच्चारण सही तरह से नहीं निकलता है. क्योंकि इस रोग के कारण रोगी की जीभ अकड़ जाती है और रोगी व्यक्ति को बोलने में परेशानी होने लगती है तथा रोगी बोलते समय तुतलाने लगता है.

खानापान का ध्यान रखें-

इन उपायों के बाद अगले कुछ उपाय रोगी के खानपान से जुड़े हैं. यदि आगे बताए जा रहे खाद्य पदार्थों को रोगी की रोजाना डायट में जोड़ा जाए, तो उपरोक्त सभी उपाय अपना असर शीघ्र दिखाएंगे.

फलों के जूस-

सबसे पहले रोगी को जितना हो सके फलों का रस पिलाएं. कम से कम 10 दिनों तक फलों का रस, नींबू का रस, नारियल पानी, सब्जियों के रस या आंवले के रस में शहद मिलाकर पीना चाहिए. इसका अलावा एक और खास प्रकार का रस है जिसमें अंगूर, नाशपाती तथा सेब के रस को बराबर मात्रा में मिलाकर रोगी को पिलाना है.

पका हुआ ना खाएं-

इसके अलावा रोगी को क्या नहीं खाना चाहिए यह भी जानना जरूरी है. रोगी को बाहर का तला-भुना खाना नहीं खाना चाहिए. इसके अलावा जब तक उसका उपचार चल रहा है और इलाज में कोई उन्नति ना दिखी हो, तब तक उसे पका हुआ भोजन बिलकुल ना दें.

तनाव बिलकुल ना लें-

लकवे रोग के कारण मस्तिष्क का चाहे कोई भी भाग नष्ट हुआ हो, भले ही पूर्ण मस्तिष्क नष्ट ना हुआ हो, लेकिन रोग के बढ़ने की संभावना बनी रहती है. इसलिए उपचार के दौरान रोगी के दिमाग को किसी प्रकार की कोई चोट ना पहुंचे, इस बात का खास ख्याल रखना चाहिए. रोगी को किसी प्रकार का कोई मानसिक तनाव ना होने पाए, यह भी ध्यान रखें. यदि वह मानसिक रूप से स्वस्थ होगा, तो जल्द ही उसके ठीक होने की संभावना बनेगी.

आजकल न्यूरो थेरेपी से बहुत आराम मिल रहा है लकवा के पेशेंट को लकवा के पेशेंट को इस थेरेपी की खास बात यह है कि इस थेरेपी मैं मेडिसन नहीं दी जाती इस थेरेपी में कुछ एक्साइज कराई जाती है जिससे लकवा बिल्कुल ठीक हो जाता है यह थेरेपी पूरे इंडिया में अलग-अलग शहरों में इनका सेंटर चल रहे हैं जैसे अमृतसर, जालंधर, लुधियाना ,चंडीगढ़, नवांशहर, पंचकूला,

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गुरुवार, 9 जून 2022

कोलेस्ट्रॉल को ठीक करने के लिए के पांच चीजें का सेवन करें।

 ड्राई फ्रूट्स का सेवन स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं ड्राई फ्रूट्स का नियमित सेवन करने से शरीर में मौजूद खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद मिल सकती है, साथ ही अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ावा मिल सकता है। जी हां, आपने बिल्कुल सही पढ़ा! वर्तमान समय में बहुत से लोग हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या से परेशान हैं। शरीर के लिए कोलेस्ट्रॉल बहुत जरूरी होता है। कोलेस्ट्रॉल दो तरह का होता है खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) और अच्छा कोलेस्ट्रॉल (HDL) कोलेस्ट्रॉल आपके लिवर में बनता है और शरीर के कई जरूरी कार्यों में भूमिका निभाता है। यह कोशिकाओं की दीवारों को लचीला बनाए रखने में मदद करता है, इसके साथ ही कुछ हार्मोन बनाने के लिए भी इसकी जरूरत होती है। लेकिन अगर शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल का स्तर बहुत अधिक हो जाता है, तो इससे हाई ब्लड प्रेशर और हृदय रोगों के जोखिम भी बढ़ता है।

.1. काजू खाएं

काजू का सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद मिल सकती है। बहुत से लोग सोचते हैं कि काजू खाने से कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है, जबकि ऐसा नहीं है। सच तो यह है कि काजू में कोलेस्ट्रॉल बहुत कम होता है। काजू पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इसमें प्रोटीन अच्छा मात्रा में मौजूद होता है। कोलेस्ट्रॉल को कम करने में काजू का सेवन बहुत मददगार है। यह डायबिटीज को कंट्रोल में रखने के साथ ही दिल को स्वस्थ रखने में बहुत फायदेमंद है।

2.अलसी के बीज खाएं

बीज हेल्दी फैट्स और प्रोटीन जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। अलसी के बीज को कोलेस्ट्रॉल कम करने से लेकर हाई बीपी को कंट्रोल करने और हृदय संबंधी रोगों के जोखिम को कम करने के लिए जाना जाता है। साथ ही यह ओमेगा-3 फैटी एसिड का बेहतरीन स्रोत हैं जो आपके दिमाग के लिए भी बहुत फायदेमंद है।


3.अखरोट खाएं

अखरोट को ब्रेन फूड भी कहा जाता है, क्योंकि यह आपके मस्तिष्क को स्वस्थ रखने में मदद करता है और याददाश्त तेज करता है। अखरोट पोषक तत्वों से भरपूर होता है यह ओमेगा-3 फैटी एसिड का बेहतरीन स्रोत है। साथ ही इसमें हेल्दी फैट्स होते हैं। अखरोट में अनसैचुरेटेड फैट का अच्छा स्रोत है और इसमें सैचुरेटेड फैट बहुत कम होता है। अगर आप सुबह खाली पेट अखरोट का सेवन करते हैं तो आपके आपके शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम करने में मदद करता है। हाई ब्लड प्रेशर के जोखिम को कम करता है और आपको हृदय रोगों के जोखिम से बचाता है।

 4. बादाम खाएं

बादाम पोषक तत्वों का भंडार है। इसमें मैग्नीशियम, जिंक, कैल्शियम और पोटेशियम जैसे जरूरी पोषक तत्व अच्छी मात्रा में मौजूद होते हैं, जो हाई बीपी को कंट्रोल करने और दिल को स्वस्थ रखने में अहम भूमिका निभाते हैं। यह कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए भी एक बेहतरीन फूड है। बहुत से लोग सोचते हैं कि बादाम का पूर्ण लाभ लेने के लिए आपको सुबह खाली पेट इसका सेवन करना चाहिए, लेकिन वास्तव में आम बादाम किसी भी समय खा सकते हैं। यहां तक कि दिन के समय बादाम खाने से कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद मिल सकती है। कोशिश करें कि रोजाना 5-10 रात भर भीगे हुए बादाम का सेवन जरूर करें।

5. पिस्ता खाएं

पिस्ता एक बेहतरीन ड्राई फ्रूट है। यह शरीर के लिए जरूरी पोषक तत्वों के साथ ही एंटीऑक्सीडेंट्स से भी भरपूर होता है। पिस्ता का सेवन करने से शरीर में मौजूद खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद मिलती है। साथ ही यह आपके मस्तिष्क को तेज करने में मदद करता है और वजन कम करने में भी सहायक है। यह हाई बीपी और हृदय रोगों के जोखिम को कम करने में बहुत फायदेमंद है।


गुरुवार, 2 जून 2022

विटामिन बी-12 Vitamin B12

 विटामिन बी-12 (Vitamin B12


) हमारे शरीर के लिए बहुत जरूरी है. कई खतरनाक बीमारियों से बचाने के लिए विटामिन बी-12 की जरूरत होती है. विटामिन बी-12 की कमी से दिमाग और नर्वस सिस्टम प्रभावित होते हैं. शरीर में रेड ब्लड सेल्स के निर्माण के लिए विटामिन बी-12 बहुत जरूरी है. फोलिक एसिड को शरीर तक पहुंचाने में भी विटामिन बी-12 मदद करता है. शरीर में विटामिन बी-12 की कमी होने पर आपको कई तरह की परेशानी हो सकती हैं. इससे मानसिक समस्याएं, हड्डी और जोड़ों से जुड़ी परेशानी और एनीमिया का खतरा बढ़ता है. आप खान-पान में विटामिन बी-12 से भरपूर चीजों का सेवन कर कमी को पूरा कर सकते हैं. जानते हैं विटामिन बी-12 से भरपूर खाद्य पदार्थ कौन से हैं और शरीर में विटामिन बी-12 की कमी होने पर क्या परेशानियां हो सकती हैं.

विटामिन बी-12 से भरपूर खाद्य पदार्

1- अंडा को सुपरफूड कहा जाता है. इससे शरीर में विटामिव B12 की कमी को आसानी से पूरा किया जा सकता है. रोजाना 2 अंडे खाने से विटामिन बी-12 की दैनिक जरूरत की करीब 46 प्रतिशत मात्रा को पूरा किया जा सकता है. 

2- सोयाबीन में विटामिन बी12 प्रचुर मात्रा में पाया जाता है. आप सोया मिल्क, टोफू या सोयाबीन की सब्जी खा सकते हैं.

3- दही में विटामिन बी2, बी1 और बी12 पाया जाता है. आप विटामिन बी-12 की कमी को पूरा करने के लिए डाइट में लो फैट दही शामिल कर सकते हैं.

4- ओट्स खाने से शरीर को फाइबर और विटामिन्स मिलते हैं. ओट्स में विटामिन बी12 काफी होता है जो आपको हेल्दी रखता है. 

5- विटामिन बी12 के लिए आप डाइट में दूध जरूर शामिल करें. दूध में अच्छी मात्रा में विटामिन बी12 पाया जाता है.

6- पनीर में विटामिन बी 12 भरपूर मात्रा में होता है. कॉटेज चीज में भी विटामिन बी पाया जाता है. शाकाहारी लोगों के लिए ये अच्छा ऑप्शन है. 

7- खाने में आप ब्रोकली जरूर शामिल करें. इसमें विटामिन बी 12 के साथ फोलेट यानि फोलिक एसिड भी होता है, जो शरीर में हीमोग्लोबिन बढ़ाने में मदद करता है.-

8- मांसाहारी लोगो को लिए विटामिन बी-12 की कमी को पूरा करने के लिए कई ऑप्शन हैं. आप डाइट में झींगा मछली शामिल कर सकते हैं. इसमें भरपूर विटामिन बी12 पाया जाता है.

9- साल्स मछली में भी विटामिन बी-12 भरपूर होता है. हालांकि ये काफी मंहगी फिश होती है. 

10- इसके अलावा चिकन से भी आप विटामिन बी-12 की कमी को पूरा कर सकते हैं. चिकन में विटामिन बी-12 और विटामिन बी-9 होता है. इससे आप दैनिक जरूरत को आसानी से पूरा कर सकते हैं.

विटामिन बी- 12 की कमी के लक्षण

1- त्वचा का पीला पड़ जाना

2- जीभ में दाने या फिर लाल हो जाना

3- मुंह में छाले की समस्या

4- आंखो की रोशनी कम होना

5- डिप्रेशन, कमजोरी और सुस्ती 

6- सांस फूल जाना

7- सिरदर्द और कान बजना

8- भूख कम लगनाविटामिन बी12 से भरपूर फल

अधिकांश फलों में विटामिन बी12 नहीं होता है। ज्यादातर फलों में फोलिक एसिड की मात्रा अधिक होती है। इसलिए फलों में विटामिन बी12 की मात्रा कम होती है

बी12 कारकों के अलावा, सेब एंटीऑक्सिडेंट, फ्लेवोनोइड्स और फाइबर से भरपूर होता है


सेब में पॉलीफेनोल्स जैसे अन्य कारक भी होते हैं जो इसकी परत के गूदे और छिलके दोनों में बड़ी मात्रा में पाए जाते हैं। यह एक एंटीऑक्सीडेंट के रूप में भी काम करता है। सेब में विटामिन बी12 की मात्रा अधिक होती 

केला अन्य फलों की तुलना में अधिक पौष्टिक होता है और इसमें उच्च विटामिन युक्त पदार्थ होते हैं। केले में एक सेब की तुलना में अधिक अविश्वसनीय स्वास्थ्य-समृद्ध कारक होते हैं, जो आपके स्वास्थ्य को प्रभावी रूप से लाभान्वित करते हैं। केला सबसे अच्छे विटामिन बी12 से भरपूर फलों में से एक है


केले में विटामिन और फाइबर होता है, जो रक्तचाप को प्रबंधित करने, तनाव को कम करने, कब्ज और अल्सर की समस्या से राहत दिलाने में मदद करता है। केले में शरीर के कुल तापमान को नियंत्रित करने की शक्ति होती है


ब्लू बैरी

ब्लूबेरी एक और फल है जिसमें उच्च विटामिन बी 12 समृद्ध फल है। ब्लूबेरी में कई एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो हमारे स्वास्थ्य और त्वचा को शुद्ध और स्वस्थ रखते हैं


इसके अलावा ब्लूबेरी में विटामिन बी12 की जगह कई फायदे होते हैं। ब्लूबेरी आमतौर पर वजन कम करती है, पाचन को बढ़ाती है, तनाव, कैंसर, मधुमेह आदि को दूर करती 


संत

संतरे में स्वाभाविक रूप से बहुत सारे विटामिन बी 12 कारक होते हैं। संतरे में बीटा-कैरोटीन, एंटीऑक्सिडेंट, कैल्शियम होता है , जो हमारे शरीर के लिए बहुत जरूरी पोषक तत्व हैं


विटामिन बी12 से भरपूर सूखे मे

विटामिन बी12 के अच्छे स्रोतों में सूखे मेवे भी शामिल हैं। बादाम और मूंगफली में विटामिन बी12 की मात्रा प्रबल होती है


विटामिन बी12 से भरपूर सब्जियां

 अल्फा अल्फा

अल्फा-अल्फा अरबी भाषा से लिया गया एक नाम है, जिसका अर्थ है पौधों का सिर। इसकी जड़ें पृथ्वी से 20 से 30 फीट नीचे पृथ्वी के नीचे गहरी होती 


अल्फा-अल्फा में भारी मात्रा में विटामिन, पोषक तत्व और अन्य खनिज होते हैं। अल्फा सबसे अच्छी विटामिन बी12 से भरपूर सब्जियों में से एक है


चुकं

चुकंदर में ढेर सारे स्वास्थ्यवर्धक तत्व होते हैं। चुकंदर का सलाद ज्यादातर लोग खाते हैं। चुकंदर में प्रचुर मात्रा में विटामिन, खनिज, कैल्शियम और इसमें पाया जाता है


बटरनट स्क्वा

बटरनट स्क्वैश एक दुर्लभ सब्जी है जिसका सेवन बहुत कम लोग करते हैं। इसे फलों के साथ-साथ सब्जियों के रूप में भी जाना जाता है। इसमें भरपूर खनिज और फाइबर होते हैं। बटरनट स्क्वैश विटामिन बी12 से भरपूर सब्जियों में से एक है। बटरनट स्क्वैश में विटामिन बी12 की उच्च मात्रा पाई जाती 


मशरू

मशरूम एक उच्च विटामिन बी12 सब्जी है। मशरूम एक कवक प्रजाति के अंतर्गत आता है। इसमें बहुत सारे प्राकृतिक विटामिन डी, प्रोटीन, कैल्शियम और अन्य खनिज जैसे जर्मेनियम, तांबा, नियासिन, पोटेशियम और फास्फोरस होते हैं

आलू सबसे लोकप्रिय और व्यापक रूप से खाई जाने वाली सब्जी है। आलू की ख़ासियत यह है कि यह स्थिरता और स्वाद के मामले में हर दूसरी सब्जी के साथ समायोजित हो जाता है। आलू में कई सौन्दर्य और चिकित्सा संबंधी गुण होते हैं। आलू भरपूर पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। आलू विटामिन बी12 के लिए सबसे अच्छी सब्जियों में से एक है