क्या है आदर्श वजन
आदर्श वजन होने का अर्थ यह नहीं है कि आपका शरीर भी आदर्श स्थिति में है। लगभग सभी के शरीर के फीचर्स बदलते रहते हैं। इसीलिए आदर्श वजन एक चिकित्सकीय परिभाषा है जिसका अर्थ यह है कि आपकी उम्र, लिंग और लंबाई के आधार पर आपका वजन इतना होना चाहिए।
चिकित्सक एक अलग आधार पर ही यह तय करता है कि आप मोटे हैं या नहीं। बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई), कमर के घेरे और नितंब तथा कमर के घेरे का अनुपात आदि फॉर्मूलों के आधार पर आप मोटे या ओवरवेट हैं या नहीं, तय किया जाता है। किसी भी वयस्क के लिए बीएमआई अगर 18.5 से 25 के बीच हो तो ठीक समझी जाती है।
यदि 30 से अधिक हो तो आप ओवरवेट हैं। यदि इससे भी अधिक हो तो आप ओबेस यानी बहुत मोटे की श्रेणी में आते हैं। वजन कम करने के लिए बीएमआई हमेशा विश्वसनीय नहीं होता।
इसकी वजह यह है कि जो लोग बॉडी बिल्डिंग करते हैं, उनकी मांसपेशियों का वजन शरीर में उपस्थित वसा से अधिक होता है इसलिए कसरती शरीर वालों का बीएमआई हमेशा अधिक होगा। इसी तरह बुजुर्गों के लिए बीएमआई यदि 25 से 27 के बीच हो तो उनके लिए ठीक रहता है।
यदि आपकी उम्र 65 से अधिक है तो अधिक बीएमआई अस्थिक्षरण से सुरक्षा प्रदान करता है। बच्चों में मोटापा एक बड़ी समस्या के रूप में तेजी से उभर रहा है इसलिए मोटे बच्चों के लिए बीएमआई कैल्क्यूलेटर का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। बच्चे का आदर्श वजन किसी योग्य चिकित्सक से तय कराएं।
आदर्श वजन महिलाओं और पुरुषों में अलग-अलग होता है। यहां तक कि एशियाई और कॉकेशियन नस्ल की महिलाओं के आदर्श वजन में भी फर्क हो सकता है। यदि कोई महिला पूरे 5 फुट की है तो उसका आदर्श वजन 45.500 किलो होना चाहिए। यदि लंबाई 5 फुट से कम हो तो हरेक इंच पर 2 किलो 700 ग्राम वजन गणना में कम कर देना चाहिए।
अब यह तय कीजिए कि आपके शरीर का ढांचा छोटा, मध्यम या बड़े आकार का है। इसे जानने का एक बहुत ही आसान तरीका है। अपनी कलाई का नाप लीजिए। यदि यह पूरे 6 इंच हो तो आपके शरीर का ढांचा मध्यम आकार का है। इसी तरह यदि कलाई का नाप 6 इंच से कम आता है तो अपने आदर्श वजन में से 10 प्रतिशत घटा दें। यदि ज्यादा आता है तो जाहिर है कि आपके शरीर का ढांचा बड़ा है, इसलिए आदर्श वजन में 10 प्रतिशत बढ़ा दें।
पुरुषों के लिए यदि कोई पुरुष पूरे 5 फुट का है तो उसका आदर्श वजन 48 किलो 200 ग्राम होना चाहिए। यदि कलाई का नाप ठीक 7 इंच हो तो आपके शरीर का ढांचा मध्यम आकार का है। यदि कलाई का नाप 7 इंच से कम है तो आपके शरीर का ढांचा छोटा है। इसलिए आदर्श वजन में 10 प्रतिशत कम कर लें।
यदि कलाई का नाप 7 इंच से अधिक आता है तो आपके शरीर का ढांचा बड़े आकार का है तो आदर्श वजन में 10 प्रतिशत का इजाफा कर लें। जो पुरुष बॉडी बिल्डिंग करते हैं उनके मामले में आदर्श वजन फर्क हो सकता है।
हमेशा याद रखें कि वजन कम करने की जरूरत सभी को नहीं होती। वजन कम करने से पहले अपने चिकित्सक से सलाह जरूर लें। केवल परिजनों या दोस्तों की सलाह पर ही भरोसा न करें
आदर्श वजन होने का अर्थ यह नहीं है कि आपका शरीर भी आदर्श स्थिति में है। लगभग सभी के शरीर के फीचर्स बदलते रहते हैं। इसीलिए आदर्श वजन एक चिकित्सकीय परिभाषा है जिसका अर्थ यह है कि आपकी उम्र, लिंग और लंबाई के आधार पर आपका वजन इतना होना चाहिए।
चिकित्सक एक अलग आधार पर ही यह तय करता है कि आप मोटे हैं या नहीं। बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई), कमर के घेरे और नितंब तथा कमर के घेरे का अनुपात आदि फॉर्मूलों के आधार पर आप मोटे या ओवरवेट हैं या नहीं, तय किया जाता है। किसी भी वयस्क के लिए बीएमआई अगर 18.5 से 25 के बीच हो तो ठीक समझी जाती है।
यदि 30 से अधिक हो तो आप ओवरवेट हैं। यदि इससे भी अधिक हो तो आप ओबेस यानी बहुत मोटे की श्रेणी में आते हैं। वजन कम करने के लिए बीएमआई हमेशा विश्वसनीय नहीं होता।
इसकी वजह यह है कि जो लोग बॉडी बिल्डिंग करते हैं, उनकी मांसपेशियों का वजन शरीर में उपस्थित वसा से अधिक होता है इसलिए कसरती शरीर वालों का बीएमआई हमेशा अधिक होगा। इसी तरह बुजुर्गों के लिए बीएमआई यदि 25 से 27 के बीच हो तो उनके लिए ठीक रहता है।
यदि आपकी उम्र 65 से अधिक है तो अधिक बीएमआई अस्थिक्षरण से सुरक्षा प्रदान करता है। बच्चों में मोटापा एक बड़ी समस्या के रूप में तेजी से उभर रहा है इसलिए मोटे बच्चों के लिए बीएमआई कैल्क्यूलेटर का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। बच्चे का आदर्श वजन किसी योग्य चिकित्सक से तय कराएं।
आदर्श वजन महिलाओं और पुरुषों में अलग-अलग होता है। यहां तक कि एशियाई और कॉकेशियन नस्ल की महिलाओं के आदर्श वजन में भी फर्क हो सकता है। यदि कोई महिला पूरे 5 फुट की है तो उसका आदर्श वजन 45.500 किलो होना चाहिए। यदि लंबाई 5 फुट से कम हो तो हरेक इंच पर 2 किलो 700 ग्राम वजन गणना में कम कर देना चाहिए।
अब यह तय कीजिए कि आपके शरीर का ढांचा छोटा, मध्यम या बड़े आकार का है। इसे जानने का एक बहुत ही आसान तरीका है। अपनी कलाई का नाप लीजिए। यदि यह पूरे 6 इंच हो तो आपके शरीर का ढांचा मध्यम आकार का है। इसी तरह यदि कलाई का नाप 6 इंच से कम आता है तो अपने आदर्श वजन में से 10 प्रतिशत घटा दें। यदि ज्यादा आता है तो जाहिर है कि आपके शरीर का ढांचा बड़ा है, इसलिए आदर्श वजन में 10 प्रतिशत बढ़ा दें।
पुरुषों के लिए यदि कोई पुरुष पूरे 5 फुट का है तो उसका आदर्श वजन 48 किलो 200 ग्राम होना चाहिए। यदि कलाई का नाप ठीक 7 इंच हो तो आपके शरीर का ढांचा मध्यम आकार का है। यदि कलाई का नाप 7 इंच से कम है तो आपके शरीर का ढांचा छोटा है। इसलिए आदर्श वजन में 10 प्रतिशत कम कर लें।
यदि कलाई का नाप 7 इंच से अधिक आता है तो आपके शरीर का ढांचा बड़े आकार का है तो आदर्श वजन में 10 प्रतिशत का इजाफा कर लें। जो पुरुष बॉडी बिल्डिंग करते हैं उनके मामले में आदर्श वजन फर्क हो सकता है।
हमेशा याद रखें कि वजन कम करने की जरूरत सभी को नहीं होती। वजन कम करने से पहले अपने चिकित्सक से सलाह जरूर लें। केवल परिजनों या दोस्तों की सलाह पर ही भरोसा न करें
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