दीपावली वास्तु टिप्स
सफलता और सम्पन्ना के पीछे किस्मत का बड़ा हाथ होता है और कौन नहीं चाहता अपनी किस्मत संवारना। वास्तुशास्त्र या वास्तुवेद, ऐसी परंपरागत प्रणाली है, जो वस्तुओं की दिशात्मक नियुक्ति के सिद्धांत पर निर्भर करती है। कुछ लोग दीपावली के दिन अपनी किस्मत आज़माते हैं, तो कुछ उसे संवारने का यथा सम्भंव प्रयास करते हैं। आप यह तो जानते ही होंगे कि किस्मत लक्ष्मी के नाम से मशहूर है। दिवाली के दिन धन की देवी लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए आप अपने घर व आफिस दोनों ही स्थान पर वास्तु के अनुसार पूजन कर सकते हैं। वास्तु से आपके घर में सकारात्मक उर्जा का संचार होता है।
वास्तु टिप्स :
फेंकने योग्य सामान: ऐसी किताबों, अखबारों, खिलौनों व बर्तनों को दान कर दें, जो आपकी ज़रूरत के नहीं हैं। ऐसा करके आप पुण्य के भागी तो बनेंगे ही, नकारात्मक ऊर्जा से भी बच सकेंगे। अगर आप घर रंगवा सकते हैं, तो यह और भी अच्छा है।
रंगोली: देवी लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए घर के प्रवेशद्वार पर रंगोली बनायें, इसके लिए आप चावल, बालू या रंगीन पाउडर का प्रयोग कर सकते हैं।
सौंदर्यीकरण: मुख्यद्वार को फूलों या पत्तियों से सजायें, दरवाज़ों पर रंगीन पर्दे लगायें और लक्ष्मी का स्वागत करें।
दीये: घर की चारदीवारी पर चार दीयों को एक साथ रखें क्योंकि चार दीयों का अर्थ है लक्ष्मी, गणेश, कुबेर और इंद्र।
पूजा: देश के उत्तरी भाग में दीपावली के दिन लक्ष्मी पूजा ज़रूरी मानी जाती है। पूजा के लिए घर में अच्छी खुश्बू वाली अगरबत्ती जलायें और भगवान गणेश और लक्ष्मी का पूजन करें।
दीपावली के उपहार: मिठाइयां बाटें, लेकिन पटाखे ना बांटें। उपहार में चाकू या चमड़ें के सामान ना दें। काले कपड़े ना भेंट करें ।
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