मंगलवार, 27 दिसंबर 2011

चाय दिला सकती है कैंसर से निजात www.neurotherapypunjab.com


आमतौर पर सभी लोग चाय पीने के आदी होते हैं, कुछ ही लोग होते हैं जो चाय से परहेज करते हैं। कुछ लोग तो चाय चुस्ती-फुर्ती के लिए पीते हैं तो कुछ नींद भगाने के लिए। जबकि कुछ लोग स्वाद के लिए चाय पीते हैं। कुछ भी हो लोग चाय पीने का बहाना तलाशते रहते हैं जबकि कुछ लोग सुबह और शाम नियमित रूप से चाय पीते हैं। दरअसल, चाय है ही इतनी गुणकारी। यानी की चाय के गुण इतने सारे हैं कि इसके पीने से आपको लाभ ही होगा। आइए जानें कैसे।

  • चाय गुणों की खान है लेकिन यह ध्यान देने वाली बात है कि आप चाय किस तरह की पी रहे हो। यानी आपकी चाय किस तरह की है, ग्रीन टी, लेमन टी, दूध की चाय या हर्बल टी।
  • जी हां, चाय के प्रकार पर निर्भर करता है कि पीने वाली चाय में कितने गुण है।
  • क्या आप जानते हैं चाय से सिर्फ फुर्ती ही नहीं आती बल्कि कैंसर जैसी कई बीमारियों से भी निजात पाई जा सकती है।
  • हालांकि चाय पीने के कई फायदे हैं लेकिन इसके फायदों में ये नई बात सामने आई है कि चाय से कैंसर से भी निजात पाई जा सकती है।
  • हाल ही में हुए शोधों में ये बात साबित हुई है कि जो लोग रोज एक कप चाय पीते हैं उनमें कैंसर के सेल्स पनपने की संभावना कम हो जाती है।
  • अगर आप चाहते हैं कि आपमें कैंसर के सेल्स ना पनपे तो आपको रोज एक कप चाय का लेना चाहिए।
  • जिन लोगों में भ्रम है कि चाय पीने के नुकसान होते हैं, तो उन लोगों को अब अपने मन से ये भ्रम निकाल देना चाहिए कि उनको चाय पीने से कोई नुकसान होगा। बल्कि अब आप बिना डरे आराम से चाय पी सकते हैं लेकिन आपको इस बात का ख्याल रखना होगा कि यदि आप दूध वाली चाय ले रहे हैं तो दूध की मात्रा चाय में कम रखें या फिर टोंड दूध का इस्तेमाल करें। इसके अलावा आप लेमन टी, ग्रीन टी या ब्लैक टी भी ले सकते हैं, इसका भी उतना ही फायदा हो। बल्कि इनमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट से आपको और अधिक फायदा होगा।
  • क्या आप जानते हैं चाय के प्रतिदिन सेवन से आप ना सिर्फ कैंसर के खतरे से बच सकते हैं, बल्कि आप हृदय संबंधी बीमारियों के खतरे को भी टाल सकते हैं या फिर आपको कोई हृदय संबंधित बीमारी है तो उससे होने वाले खतरों को भी आप कम कर सकते हैं।
  • गौरतलब है कि बिना दूध की चाय में मौजूद थियेफ्लेविन से कैंसर के सेल्सा और कोशिकाओं को नष्ट करने में मदद मिलती है।
  • शोधों में भी साबित हो चुका हैं कि थियेफ्लेविन से कैंसर कोशिकाएं कुछ ही घंटों के बाद सिकुड़न होने लगती है। जिससे धीरे-धीरे ये समाप्त हो जाती हैं।
  • इतना ही नहीं यदि आप ब्लैक टी का सेवन करते हैं, तो यह कैंसर के असर को और कैंसर के मौजूद सेल्स को बहुत ही जल्दी प्रभावी रूप से नष्ट करने और कम करने में लाभकारी है। 

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